CRISIL रिपोर्ट: Q2FY25 में भारत की कंपनियों की 4 साल में सबसे धीमी वृद्धि

Q2FY25: भारत की कंपनियों की राजस्व वृद्धि 4 वर्षों में सबसे धीमी, जानिए इसके पीछे की वजह

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भारत की कंपनियों के लिए Q2FY25 तिमाही राजस्व वृद्धि काफी चुनौतीपूर्ण रही है। CRISIL की रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई-सितंबर तिमाही में सिर्फ 5-7% की वृद्धि दर्ज हुई, जो पिछले 4 वर्षों में सबसे धीमी है। जानिए, इस मंदी के प्रमुख कारण और विभिन्न सेक्टर्स का प्रदर्शन।

राजस्व वृद्धि में गिरावट का प्रमुख कारण
Q2FY25 में धीमी वृद्धि का सबसे बड़ा कारण निर्माण क्षेत्र का स्थिर प्रदर्शन बताया गया है, जो कुल राजस्व का लगभग 20% योगदान करता है। CRISIL के मुताबिक, औद्योगिक वस्तुओं और निवेश क्षेत्रों में सुस्ती और स्थिरता के कारण भी Q2FY25 की वृद्धि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।

ग्लोबल मार्केट अपडेट्स
Q2FY25 के दौरान वैश्विक बाजारों में भी मिक्स्ड रुझान देखने को मिला। Dow Jones 0.01% की मामूली बढ़त के साथ 3.13 पॉइंट्स ऊपर बंद हुआ, जबकि FTSE 0.13% की बढ़त के साथ 10.74 पॉइंट्स ऊपर बंद हुआ। CAC ने 0.08% और DAX ने 0.34% की बढ़त दर्ज की। हालांकि, Gift Nifty 0.09% की गिरावट के साथ 22.50 पॉइंट्स नीचे रहा।

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FII और DII गतिविधियां
Q2FY25 में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने ₹5062.45 करोड़ के शेयर बेचे जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने ₹3620.47 करोड़ के शेयर खरीदे। FII की बिक्री से बाजार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा, लेकिन DII की खरीदारी से मामूली संतुलन बना रहा।

उच्च डिलीवरी प्रतिशत वाले प्रमुख स्टॉक्स
Q2FY25 में कुछ कंपनियों ने उच्च डिलीवरी प्रतिशत दर्ज किया। इनमें Bharti Hexacom Ltd ने 88.2%, Happiest Minds Technologies Ltd ने 85.4%, Endurance Technologies Ltd ने 85.3%, Techno Electric & Engineering Co. Ltd ने 84.7% और Whirlpool of India Ltd ने 84.5% की उच्च डिलीवरी दर प्राप्त की।

प्राइमरी मार्केट में IPO की गतिविधियाँ
Afcons Infrastructure Ltd का IPO Q2FY25 में आज मुख्य बोर्ड पर खुला है। इस IPO का इश्यू साइज ₹5430 करोड़ है। यह इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में निवेश करने के इच्छुक निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हो सकता है।

कमोडिटी मार्केट अपडेट्स
Q2FY25 के दौरान कमोडिटी मार्केट में भी हलचल बनी रही। सोने का भाव ₹78,340 प्रति 10 ग्राम, चांदी का भाव ₹96,995 प्रति किलो, ब्रेंट क्रूड का भाव ₹5,910 प्रति बैरल और कॉपर का भाव ₹797 प्रति किलो दर्ज किया गया। ये भाव विभिन्न आर्थिक गतिविधियों और वैश्विक आपूर्ति की स्थिति पर निर्भर हैं।

कॉर्पोरेट क्षेत्र की प्रमुख खबरें

  • ACC ने Q2FY25 के नतीजे जारी करते हुए शुद्ध लाभ ₹200 करोड़ और राजस्व ₹4,613.52 करोड़ घोषित किया है।
  • UCO बैंक के MD और CEO ने संकेत दिया कि MTNL समाधान पर इस तिमाही में कुछ स्पष्टता आ सकती है।
  • Patanjali Foods ने Q2FY25 में अपने शुद्ध लाभ में 21% की वृद्धि दर्ज करते हुए ₹309 करोड़ का मुनाफा कमाया है।

Q2FY25: भविष्य की संभावनाएँ और चुनौतियाँ
Q2FY25 की इस धीमी वृद्धि से संकेत मिलता है कि भारतीय कंपनियों को वर्तमान आर्थिक परिदृश्य में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। निर्माण, औद्योगिक वस्त्र और निवेश से जुड़े सेक्टर्स की स्थिरता ने इनकी वृद्धि को प्रभावित किया है। भविष्य में यदि सरकारी खर्च और वैश्विक मांग में वृद्धि होती है, तो इन सेक्टर्स में भी मजबूती आ सकती है, जिससे अगले तिमाहियों में Q2FY25 के बाद की वृद्धि को समर्थन मिलेगा।

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