semiconductor इंडस्ट्री, जिसे कभी केवल सिलिकॉन वैली के नाम से जाना जाता था, अब भारत में अपनी जड़ें जमा रही है। चुपचाप, बिना ज्यादा शोर-शराबे के, भारत सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग का नया पावरहाउस बनता जा रहा है। इस लेख में, हम आपको उन टॉप 7 भारतीय कंपनियों के बारे में बताएंगे, जो सेमीकंडक्टर डिजाइन, मैन्युफैक्चरिंग, और इनोवेशन में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। इन कंपनियों में से कुछ नामी फ्रंटलाइन कंपनियां हैं, जबकि कुछ हिडन जेम्स हैं। तो चलिए, इस सेमीकंडक्टर की दुनिया में एक रोमांचक सफर पर चलते हैं!
1. एमआईसी इलेक्ट्रॉनिक्स: छोटा पैकेट, बड़ा धमाका!
एमआईसी इलेक्ट्रॉनिक्स टेलीकॉम इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरिंग में एक जाना-माना नाम है, और अब यह कंपनी semiconductor इंडस्ट्री में भी कदम रख रही है। कंपनी का खासियत चीप पैकेजिंग और टेस्टिंग में है, और इसके टेक्नोलॉजी नॉलेज की कोई बराबरी नहीं है। हाल ही में, एमआईसी इलेक्ट्रॉनिक्स को रेलवे और सेमीकंडक्टर चिप्स के लिए बड़े ऑर्डर मिले हैं। तकनीकी चार्ट्स पर नजर डालें तो यह स्टॉक एक मजबूत रैली की ओर इशारा कर रहा है।
2. सीजी पावर: semiconductor की दुनिया में धमाकेदार एंट्री
सीजी पावर ने सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में बड़े प्लान्स के साथ कदम रखा है। कंपनी, रेनेसांस इलेक्ट्रॉनिक्स और स्टर्स माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स के साथ मिलकर गुजरात में एक बड़ी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी लगा रही है। सरकार का भी साथ है, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी जी ने इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। यह प्लांट रोजाना 1.5 करोड़ चिप्स बनाएगा, जो भारत को चिप मैन्युफैक्चरिंग का हब बनाने में मदद करेगा।
3. केंस टेक्नोलॉजी: 30 साल का एक्सपीरियंस, semiconductor की नई शुरुआत
केंस टेक्नोलॉजी इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग में 30 सालों से ज्यादा का अनुभव रखती है और अब semiconductor मैन्युफैक्चरिंग में कदम रख रही है। कंपनी तेलंगाना में 2800 करोड़ के इन्वेस्टमेंट से एक बड़ा सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगा रही है। इसके अलावा, केंस टेक्नोलॉजी स्मार्ट मीटर और एरोस्पेस इंडस्ट्री में भी अपनी पकड़ मजबूत कर रही है।
4. एमआई ऑर्गेनिक्स: केमिकल्स से सेमीकंडक्टर तक का सफर
एमआई ऑर्गेनिक्स, जो स्पेशलिटी केमिकल्स और फार्मास्यूटिकल्स के क्षेत्र में एक बड़ा नाम है, अब सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में भी कदम रख रही है। कंपनी ने बाबा फाइन केमिकल्स को खरीदकर semiconductor इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाई है। इसके अलावा, एमआई ऑर्गेनिक्स लिथियम बैटरियों के लिए इलेक्ट्रोलाइट एडिटिव्स भी डेवलप कर रही है, जो इलेक्ट्रिक व्हीकल और इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्री के लिए बेहद जरूरी हैं।
5. एलएनटी: सेमीकंडक्टर चिप की डिजाइन में दम
एलएनटी, जिसे आमतौर पर अपनी इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन के लिए जाना जाता है, अब सेमीकंडक्टर चिप की डिजाइन में भी कदम रख रही है। कंपनी ने 830 करोड़ के इन्वेस्टमेंट के साथ फैबलेस सेमीकंडक्टर चिप डिजाइन की दुनिया में कदम रखा है। एलएनटी ने सिलिकॉन सिस्टम्स को खरीदकर अपनी पोजीशन और मजबूत कर ली है, और इसका फोकस खास तौर पर ऑटोमोबाइल और इंडस्ट्रियल सेक्टर्स के लिए चिप डिजाइन करने पर है।
6. टाटा एल्क्स्सी: सेमीकंडक्टर प्रोडक्ट डिजाइन एंड टेस्टिंग में एक्सपर्ट
टीएआई सेमीकंडक्टर प्रोडक्ट की डिजाइन और टेस्टिंग के लिए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर सलूशन देने में माहिर है। यह कंपनी ऑटोमोटिव, मीडिया, कम्युनिकेशन, और हेल्थकेयर जैसे सेक्टर्स में अपनी सर्विस देती है। टीएआई ने आम के साथ मिलकर लेटेस्ट प्रोसेसर पर एडवांस सोल्यूशन ऑफर करने का फैसला लिया है और बेंगलुरु में एक डिजाइन सेंटर भी सेटअप किया है।
7. एचसीएल टेक: सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री का प्रमुख खिलाड़ी
एचसीएल टेक, जो आईटी सर्विसेस और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में एक बड़ा नाम है, अब सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में भी अपने कदम जमा रही है। कंपनी दुनिया की बड़ी-बड़ी सेमीकंडक्टर कंपनियों के साथ पार्टनरशिप करके उन्हें एंड-टू-एंड इंजीनियरिंग सर्विसेस दे रही है। इसके अलावा, एचसीएल टेक ने इंटल फाउंड्री और कास्ट आईएनसी के साथ मिलकर सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग में अपनी पकड़ मजबूत की है।
भारत की ये टॉप 7 सेमीकंडक्टर कंपनियां देश को एक नई ऊंचाई पर ले जा रही हैं। ये कंपनियां न केवल सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में अपनी धाक जमा रही हैं, बल्कि भारत को इस क्षेत्र में एक ग्लोबल लीडर बनाने की ओर भी अग्रसर हैं। क्या आप इनमें से किसी कंपनी को अपने पोर्टफोलियो में जगह देने के बारे में सोच रहे हैं? अपना फीडबैक कमेंट्स में जरूर दें।
10 Biggest Semiconductor Companies – Investopedia
डिस्क्लेमर: “हम कोई निवेश सलाह नहीं देते हैं। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।”